IMEI नंबर हर फोन के लिये अलग होता है. पर उत्तरप्रदेश के मेरठ मे
चीनी स्मार्टफोन कंपनी के एक IMEI नंबर
पर 13 हजार से ज्यादा मोबाइल एक्टिव पाये गये है. इसकी जानकारी मेरठ के साइबर क्राइम
सेल ने दी है. चीनी स्मार्टफोन कंपनी पर धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया है.
IMEI number क्या होता है ?
IMEI (International
Mobile Equipment Identity) Number का पूरा नाम अंतर्राष्ट्रीय मोबाइल उपकरण पहचान
संख्या है. स्मार्टफोन की पहचान के लिये
IMEI नंबर होता है. हर स्मार्टफोन का अलग IMEI
नंबर होता है. IMEI number 15 अंको का होता है, इसमे 16-17 अंक भी हो सकते है.
भारत
मे करीब 2 करोड़ से भी ज्यादा लोग IMEI नंबर वाले फोन का इस्तेमाल करते है. IMEI नंबर का उपयोग
मोबाइल को ट्रेस करने के लिये होता है. अपने मोबाइल का IMEI नंबर
पता करने के लिये *#06# डायल करे.
क्या
है पूरा मामला ?
मेरठ
के ईडीजे झोन के सब इंस्पेक्टर के पास vivo कंपनी का मोबाइल था. उनके मोबाइल की डिस्प्ले टूटने के कारण उन्होने मेरठ मे
vivo service center मे मोबाइल रीपेरिंग को दिया था. इसके बाद vivo service center ने उन्हे मोबाइल की
डिस्प्ले, बैटरी, बदलकर मोबाइल दे दिया.
कुछ दिनो बाद उनके मोबाइल की स्क्रीन दोबारा खराब हो गयी.
मोबाइल
स्क्रीन ठीक से काम नहीं करने पर उनको डाउट हुआ की मोबाइल के IMEI नंबर से छेड़छाड़ की गई है. उन्होने जब मेरठ
साइबर क्राइम सेल से इसकी जानकारी देने के बाद उनका मोबाइल टेस्ट किया तो उनके मोबाइल
का IMEI नंबर मौजूदा फोन से अलग निकला.
इसके
बाद विवों सर्विस सेंटर मे IMEI नंबर
चेंज करने के बारे मे पूछा गया तो उन्होने साफ मना कर दिया. इस बीच jio टेलिकॉम से डाटा मांगने पर जियो के रिपोर्ट मे ये दावा किया गया की इस एक IMEI
नंबर पर करीब 13,557 मोबाइल नंबर एक्टिव थे.
इस सब
जानकारी के बाद मेरठ पुलिस ने vivo india को नोटिस भेजा है. साइबर सेल ने माना है की vivo ने सबसे
बड़ी लापरवाही और TRAI (Telecom Regulatory Authority
of India) के नियमों का उल्लघन किया है. आगे साइबर सेल ने कहा की आईएमईआई
नबर से छेडछाड़ करकर कोई अपराध करता है तो उसे पकड़ पाना मुश्किल होता है.
फिलहाल
मेरठ पोलिस ने पूरे मामले की जांच शुरू कर दि है और विवों कंपनी पर मुकदमा दर्ज किया
गया है.
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